
मुख्य बातें:
- अल्पकालिक प्रभाव: मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा है कि भारतीय निर्यात पर हाल के अमेरिकी टैरिफ का असर एक या दो तिमाहियों में कम हो जाएगा।
- प्रभावित क्षेत्र: रत्न और आभूषण, झींगा और कपड़ा जैसे क्षेत्रों पर शुरुआती असर पड़ा है, लेकिन इसका अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालिक प्रभाव सीमित रहेगा।
- सरकार की प्रतिक्रिया: सरकार इस स्थिति से अवगत है और उसने प्रभावित क्षेत्रों से बातचीत शुरू कर दी है।
- वैश्विक समीकरण: भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में होने वाली बैठक का भी असर पड़ सकता है।
- मजबूत अर्थव्यवस्था: नागेश्वरन ने बताया कि अर्थव्यवस्था में संसाधन जुटाने की प्रक्रिया मजबूत बनी हुई है, जिसका प्रमाण मजबूत बैंक क्रेडिट वृद्धि, कमर्शियल पेपर और आईपीओ से मिला फंड है।
- निजी क्षेत्र के लिए सलाह: उन्होंने निजी क्षेत्र से दीर्घकालिक लक्ष्यों पर ध्यान देने और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने का आग्रह किया।
- विविधता और AI: उन्होंने कहा कि भारत को आयात के स्रोतों में विविधता लानी चाहिए और AI को अपनाने में सावधानी बरतनी चाहिए ताकि श्रमिकों के विस्थापन को रोका जा सके।