उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज बीजिंग में एक सैन्य परेड के दौरान द्विपक्षीय वार्ता की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब उत्तर कोरिया और रूस के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है, जिसमें यूक्रेन युद्ध में रूस का समर्थन करना भी शामिल है।
यहाँ बैठक के कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:
👉 आपसी संबंधों का विस्तार: किम जोंग-उन ने रूस के लिए लड़ रहे अपने सैनिकों की प्रशंसा करने पर पुतिन का आभार व्यक्त किया और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने का संकल्प लिया।
👉 त्रिपक्षीय उपस्थिति: किम जोंग-उन ने पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बीजिंग में सैन्य परेड में भाग लिया। यह 66 वर्षों में प्योंगयांग, मॉस्को और बीजिंग के नेताओं के बीच इस तरह की पहली मुलाकात थी।
👉 सैन्य सहयोग: रिपोर्टों के अनुसार, उत्तर कोरिया ने रूस के यूक्रेन युद्ध में अपने सैनिकों को भेजकर सहयोग बढ़ाया है, जिससे दोनों देशों के बीच गहराता सैन्य संबंध उजागर होता है।
👉 रणनीतिक महत्व: यह बैठक चीन के नेतृत्व में तीनों देशों के बीच बढ़ते रणनीतिक गठबंधन को दर्शाती है, जिसका वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।