
👉 शुभारंभ: जनजातीय कार्य राज्य मंत्री, दुर्गादास उइके, ने नई दिल्ली में दुनिया के पहले डिजिटल जनजातीय विश्वविद्यालय, ‘आदि संस्कृति’ का शुभारंभ किया।
👉 उद्देश्य: आदि संस्कृति एक डिजिटल अकादमी और ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर आदिवासी कला, संस्कृति, शिल्प, और जानकारी का ऑनलाइन बाज़ार उपलब्ध कराना है।
👉 लाभ: इस पहल से सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा और जनजातीय समुदायों के लिए आजीविका के नए अवसर सृजित होंगे।
👉 संबंधित कार्यक्रम: यह घोषणा ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ पर आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान की गई।
👉 मंत्री का वक्तव्य: श्री उइके ने जोर देकर कहा कि जनजातीय विरासत का संरक्षण केवल संस्कृति की रक्षा करना नहीं है, बल्कि जमीनी स्तर पर सम्मान, सशक्तिकरण और अवसर सुनिश्चित करना भी है।