
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ऐतिहासिक और पहली आधिकारिक क्रोएशिया यात्रा (Croatia Travel)को सफलतापूर्वक संपन्न किया और वे अब नई दिल्ली लौट रहे हैं। यह यात्रा भारत और क्रोएशिया(Croatia) के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक नई ऊंचाई देने वाली रही, जिसमें व्यापार, रक्षा, प्रौद्योगिकी और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्रोएशियाई प्रधानमंत्री आंद्रेज़ प्लेंकोविच के साथ विस्तृत प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की और बांस्की द्वोरी में संयुक्त बयान जारी किया। दोनों नेताओं ने वैश्विक शांति, लोकतांत्रिक मूल्यों और बहुपक्षीय सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री मोदी ने संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया और कहा कि युद्ध समाधान नहीं है, संवाद और कूटनीति ही आगे का रास्ता हैं। उन्होंने आतंकवाद को मानवता का शत्रु बताते हुए 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत को मिले समर्थन के लिए क्रोएशियाई जनता और नेतृत्व का आभार प्रकट किया।
दोनों देशों के बीच चार महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर हुए:
कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग
संस्कृति विनिमय कार्यक्रम (2026-2030)
विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग (2025-2029)
ज़ाग्रेब विश्वविद्यालय में हिंदी चेयर की स्थापना
प्रधानमंत्री मोदी ने योग की बढ़ती लोकप्रियता की सराहना की और विश्वास जताया कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस क्रोएशिया (Croatia) में उत्साह से मनाया जाएगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने क्रोएशियाई (Croatia) राष्ट्रपति ज़ोरान मिलानोविच से भी मुलाकात की और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग, शिक्षा व संस्कृति क्षेत्र में आदान-प्रदान बढ़ाने पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री प्लेंकोविच द्वारा ज़ाग्रेब में आयोजित गाला डिनर ने द्विपक्षीय संबंधों को एक आत्मीयता से भर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्रोएशिया सरकार और वहां की जनता का आभार व्यक्त किया और इस यात्रा को भारत-क्रोएशिया सहयोग के लिए एक मील का पत्थर बताया, जो साझा मूल्यों और विश्व शांति की आकांक्षा पर आधारित है।
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