
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत 2027 तक 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था (Economy) बनने की दिशा में दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह बात मर्चेंट्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (MCCI) द्वारा आयोजित एक वर्चुअल सत्र में कही।
मंत्री ने कहा कि यह प्रगति सेवा, सुशासन, और नवाचार जैसे मूल सिद्धांतों पर आधारित भारतीय विकास मॉडल का परिणाम है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू किया गया है। सरकार ने “क्वांटम परिवर्तन” पर बल दिया है, न कि केवल छोटे-छोटे सुधारों पर।
श्री गोयल ने कहा कि आज 140 करोड़ भारतीयों, व्यापारियों, उद्योगों और सरकार के बीच विकसित भारत 2047 की साझा दृष्टि को लेकर मजबूत तालमेल है।
उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतकों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अब “फ्रैजाइल फाइव” देशों में नहीं बल्कि शीर्ष पांच वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार हाल ही में 698 बिलियन डॉलर तक पहुँच चुके हैं, बैंकिंग सेक्टर मजबूत है, और मुद्रास्फीति स्वतंत्रता के बाद के काल में सबसे निम्न स्तर पर है।
श्री गोयल ने बताया कि भारत यूके, ऑस्ट्रेलिया, और यूरोपीय संघ जैसे देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) के लिए सक्रिय रूप से प्रयासरत है, जिससे निर्यातकों और MSME को सीधा लाभ मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), क्वांटम कंप्यूटिंग, और 3डी प्रिंटिंग जैसे उभरते क्षेत्रों में वैश्विक नेतृत्व के लिए तैयार है।
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