
‘नागरिक उड्डयन पर पूर्वोत्तर क्षेत्र के मंत्रियों का सम्मेलन-सह-तीसरा पूर्वोत्तर विमानन शिखर सम्मेलन’ कल इटानगर में आयोजित होगा। यह पहली बार है जब अरुणाचल प्रदेश इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
यहाँ इस आयोजन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं:
👉 उद्देश्य: इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र में हवाई संपर्क को बढ़ावा देने और विमानन क्षमता को पूरी तरह से विकसित करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करना है।
👉 भागीदारी: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू किंजरापु और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल की उपस्थिति में, सभी पूर्वोत्तर राज्यों के नागरिक उड्डयन मंत्री, नीति-निर्माता और उद्योग जगत के नेता इसमें भाग लेंगे।
👉 चर्चा के विषय: बैठक में मौजूदा और नए हवाई अड्डों के विस्तार, हेलीकॉप्टर सेवाओं, छोटे विमानों, सामान्य विमानन, सीप्लेन, ड्रोन, और रखरखाव, मरम्मत, और ओवरहाल (MRO) गतिविधियों को बढ़ावा देने पर चर्चा होने की उम्मीद है।
👉 आयोजक: यह आयोजन नागरिक उड्डयन मंत्रालय और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) द्वारा संयुक्त रूप से अरुणाचल प्रदेश सरकार के सहयोग से किया जा रहा है।
👉 मेजबानी का इतिहास: इससे पहले यह सम्मेलन असम और मेघालय में आयोजित किया गया था, और अब पहली बार अरुणाचल प्रदेश को इसकी मेजबानी का अवसर मिला है।