ग्रामीण सड़कों के मरम्मत की निगरानी अब ऑनलाइन होगी। विभाग ने इसके लिए अनुरक्षण मोबाइल एप लांच किया है। विभागीय नीति के तहत जिन सड़कों की मरम्मत हो रही है, उसकी ऑनलाइन निगरानी अब इसी अनुरक्षण एप के तहत होगी। ठेकेदारों को भुगतान भी इसी एप पर अपलोड किए गए तस्वीरों के आधार पर किया जाएगा।
अब तक की व्यवस्था में सड़क मरम्मत की रिपोर्ट कागजी प्रक्रिया में होती थी। संवेदक की ओर से सड़क मरम्मत के बाद कनीय अभियंता उसकी रिपोर्ट सहायक अभियंता को दिया करते थे। इसके बाद सहायक व कार्यपालक अभियंता की मंजूरी मिलने पर एजेंसियों को पैसे का भुगतान किया जाता था। लेकिन यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी।