कोरोना महामारी (Corona Epidemic) से लड़ रहे बिहार में अब इस बीमारी की जांच की रफ्तार बढ़ेगी. इसके लिए कोबास मशीन (Cobas Machine) की आपूर्ति कर दी गई है. अब अत्याधुनिक मशीन कोबास से आरएमआरआई (RMRI) में सैम्पल की जांच हो सकेगी. इस मशीन की क्षमता एक दिन में एक हजार सैम्पल जांच की है.
अबतक राज्य में सीबी नेट,आरटीपीसीआर मशीन,ट्रू नेट मशीनों से सैम्पल की जांच हो रही थी बावजूद अबतक जहां अधिकतम साढ़े 2800 तक ही सैम्पल जांच हो सकी हैं वहीं कुल लगभग 66000 सैम्पल की जांच ही हो पाई है. अनुमान लगाया जा सकता है कि राज्य में 3 मई से लगातार बिहार पहुंचने वाले लगभग 12 लाख प्रवासी श्रमिक अब तक बिहार पहुंच चुके हैं जिसमें लगभग 1600 से ज्यादा श्रमिक अबतक पॉजिटिव भी पाए गए हैं.
क्या है कोबास मशीन
- पांच से छह करोड़ रुपए की यह मशीन पूर्ण रूप से ऑटोमैटिक है
- यह मशीन FD यानी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अमरीका से अनुमोदित किया गया है
- इस मशीन से आरएनए एस्ट्रक्शन और आरटी-पीसीआर दोनों टेस्ट एक साथ हो सकते हैं
- इसमें ऑटोमेटिक और मैनुअली दोनों टेस्ट हो सकेंगे चिकित्सकों के अनुसार इस मशीन में केवल सैम्पल रखने होते है और प्रोसेसिंग के बाद रिजल्ट आ जाता है