भारतीय औद्योगिक और वैज्ञानिक अनुसंधान परिषद की बेंगलुरु स्थित नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरी ने दो सीटों वाला प्रशिक्षक विमान हंस-न्यू जेनरेशन विकसित किया है। स्वदेश में ही विकसित यह विमान अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।
इस अवसर पर वैज्ञानिक और अनुसंधान परिषद के महानिदेशक शेखर मांडे ने आशा व्यक्त की कि नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरी में 19 सीटों वाले सरस विमान और 100 सीटों वाले यात्री विमान के विकास का लक्ष्य भी शीघ्र ही पूरा होगा।