मैथिली के प्रख्यात साहित्यकार पंडित चंद्रनाथ मिश्र ‘अमर’ का दरभंगा स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। चंद्रनाथ मिश्र 99 वर्ष के थे। चंद्रनाथ मिश्र के नाम पर कई उपलब्धियां जुड़ी हुई हैं, जो मैथिली साहित्य के एक मूल्यवान व्यक्तित्व रहे हैं। चंद्रनाथ मिश्रा मूल रूप से मधुबनी जिले के खोजपुर गाँव के थे। उनकी कर्मभूमि दरभंगा रही।
मैथिली साहित्य के अनमोल सख्सियत रहे चंद्रनाथ मिश्र के नाम बहुत सारी उपलब्धियां जुड़ी हुई है. मैथिली भाषा के प्रख्यात साहित्यकार रहे मैथिली के प्रसिद्ध कवि और नाटककार थे. मैथिली पत्रकारिता के इतिहास पर उन्होंने शोध किया था. मैथिली पत्रकारिता को लेकर साहित्य अकादमी पुरस्कार भी 1982 में मिला था. मैथिली की पहली फिल्म कन्यादान में मुख्य भूमिका के किरदार भी निभाया था. लगभग 60 से ज्यादा साहित्य, कथा संग्रह के साथ आशा दिशा, गुदगुदी, युगचक्र, उनटा पाल आदि कविता संग्रह प्रकाशित हुआ था. 1988 में उन्हें साहित्य आकादेमी मैथिली अनुवाद पुरस्कार से भी नवाजा गया था. 2010 में मैथिली साहित्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. इस उम्र में भी वो विद्यापति सेवा संस्थान दरभंगा के अध्यक्ष पद को संभाल रहे थे.