ख़बरों में क्यों :
आईएसएफआर 2021 की रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो साल में वन क्षेत्र का दायरा 1.03 फीसदी बढ़ गया है।
प्रमुख बिंदु :
- बिहार का वनावरण 7380.79 वर्ग किमी है। यह बिहार के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 7.84 प्रतिशत है।
- 2019 की रिपोर्ट की तुलना में बिहार में वनावरण में 75 वर्ग किमी की वृद्धि हुई जो पिछली बार से 1.03 प्रतिशत अधिक है। यह रिपोर्ट भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर)- 2021 के तहत जारी की गयी है।
- बिहार का कुल वन क्षेत्र 9722 किमी है। इसमें 413 किमी की वृद्धि दो सालों में हुई है। इससे हरियाली 10.32 फीसदी हुई है।
पांच साल में 13 करोड़ 44 लाख 61 हजार पौधे लगाये गये। - 2019 में बहुत घने वन 333 वर्ग किमी थे, जो 2021 में सामान्य रहे। मध्यम वर्ग के घने वन 2019 में 3280 वर्ग किमी थे, जो 2021 में बढ़कर 3286 वर्ग किमी हो गए।
- खुला वन 2019 में 3693 वर्ग किमी थे जो 2021 में बढ़कर 3762 वर्ग किमी हुए। कुल दो वर्षों में वनों का दायरा 7306 वर्ग किमी से बढ़कर 7381 वर्ग किमी हो गया।
क्षेत्रफल के अनुसार सर्वाधिक वन क्षेत्र वाले जिले :
जिले वन क्षेत्र प्रतिशत
कैमूर 1051.56 किमी 31.56
प. चंपारण 903.34 किमी 17.28
रोहतास 669.91 किमी 17.26
क्षेत्रफल के अनुसार सबसे कम वन क्षेत्र वाले जिल :
जिले वन क्षेत्र प्रतिशत
शेखपुरा 1.19 किमी 0.17
अरवल 4.14 किमी 0.65
जहानाबाद 4.43 किमी 0.48
प्रतिशत के अनुसार सर्वाधिक वन क्षेत्र वाले जिले :
जिले प्रतिशत
कैमूर 31.56
जमुई 21.34
नवादा 20.72
प्रतिशत के अनुसार कम हरित आवरण वाले जिले :
जिले प्रतिशत
शेखपुरा 0.17
बक्सर 0.35
सीवान 0.35
हरित क्षेत्र में शीर्ष जिले :
घने वन पश्चिमी चंपारण- क्षेत्रफल 249.34 किमी
मध्यम वर्ग के घने वन पश्चिमी चंपारण- क्षेत्रफल 548.47 किमी
खुला वन कैमूर- 531.73 किमी।