ख़बरों में क्यों?
में ही बिहार सरकार ने ‘नो-बैग डे’ विद्यालयों में लागू करने का प्लान बनाया है. इसके तहत सरकारी स्कूल शिक्षा को बच्चों से जोड़ने का प्रयत्न किया जा रहा है.
प्रमुख बिंदु
- नो-बैग डे की मदद से सप्ताह में एक दिन बस्ता का बोझ कम करने की कोशिश की जा रही है. इस पहल की मदद से खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ाया जाएगा.
- इस दिन छात्र को बस लंच बॉक्स ले जाना होगा. इस पहल को छठ महापर्व के बाद राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में लागू किया जाएगा.
- नो-बैग डे की मदद से छात्र सप्ताह में कम-से-कम एक दिन कम स्ट्रेस महसूस करता है.
- नो-बैग डे के दिन छात्र खेलकूद के अलावा पेंटिंग, क्वीज कंपटीशन जैसे में भाग ले सकते हैं. प्रयोगशाला में नए-नए प्रोजेक्ट कर सकते हैं. इन चीजों की मदद से छात्रों ने जो कक्षा में सीखा है वो वास्तव में अपने जीवन में कर सकते हैं.