प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर दिव्यांगजनों के लिए देश के पहले हाई-टेक खेल प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। इस पहल का उद्देश्य खेलों में समान अवसर प्रदान करना, प्रतिभा को निखारना और विभिन्न खेल विषयों में भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। अटल बिहारी दिव्यांग खेल प्रशिक्षण केंद्र ( Atal Bihari Training Center for Divyang Sports ) में देशभर के दिव्यांगजन अभ्यास और प्रशिक्षण ले सकते हैं। कैबिनेट ने केंद्र की स्थापना के लिए 34 एकड़ क्षेत्र में 151.16 करोड़ के बजट को मंजूरी दी है।
यह दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्थापित एक स्वायत्त निकाय है। भारत की।
लक्ष्य और उद्देश्य
मानदंडों के अनुसार पूरी तरह से पहुंच के साथ पैरा खिलाड़ियों (पीडब्ल्यूडी) के लिए खेल के लिए एक अत्याधुनिक अंतरराष्ट्रीय स्तर का उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करना।
विशेष खेल बुनियादी ढांचे का निर्माण करना ताकि पैरा खिलाड़ी केंद्र में कठोर और विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।
दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए दुनिया में अन्य जगहों पर उपलब्ध नवीनतम सुविधाओं के बराबर प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करना।
अधिक संख्या में खेल गतिविधियों में दिव्यांगजनों की भागीदारी सुनिश्चित करना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाना।
समाज में उनके एकीकरण को सुविधाजनक बनाने के लिए दिव्यांगजनों में आत्मविश्वास पैदा करने और अपनेपन की भावना विकसित करने में मदद करना।
Atal Bihari Training Center for Divyang Sports