3 जनवरी‚ 2022 को विद्युत तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने पांचवें पॉसोको दिवस के अवसर पर ऑटोमेटिक जेनरेशन कंट्रोल ( Automatic Generation Control ) राष्ट्र को समर्पित किया।
इस प्रणाली से वर्ष 2030 तक 500 गीगावॉट की गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता का महत्वाकांक्षी लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद है।
एजीसी का संचालन पॉवर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन (पॉसोको) द्वारा राष्ट्रीय भार प्रेषण केंद्र के माध्यम से किया जा रहा है।
एजीसी के माध्यम से पॉसोको विद्युत प्रणाली की निरंतरता और विश्वसनीयता कायम करने हेतु प्रति 4 सेकेंड पर 50 बिजली संयंत्रों को संकेत भेजता है।
पॉसोको की एजीसी परियोजना के तहत वर्तमान में पांचों क्षेत्रों में 51 गीगावॉट की बिजली उत्पादन क्षमता प्रारंभ है।
इस अवसर पर आर.के. सिंह ने असेसमेंट ऑफ इनर्सिया इन इंडियन पॉवर सिस्टम (भारतीय विद्युत प्रणाली में जड़ता का मूल्यांकन) नामक रिपोर्ट भी जारी की।
यह रिपोर्ट पॉसोको ने आईआईटी‚ बॉम्बे के सहयोग से तैयार की है।
भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण के भारी लक्ष्य के दृष्टिगत पॉसोको ने आईआईटी‚ बॉम्बे के साथ विद्युत प्रणाली की जड़ता का अनुमान (जहां रोटेटिंग जेनरेटरों में ऊर्जा का भंडार होता है) पैमाइस और निगरानी के क्षेत्र में विश्वभर के बेहतर तौर-तरीकों का जायजा लेने हेतु एक अध्ययन शुरू किया था।
इस अध्ययन के तहत भारतीय विद्युत प्रणाली के सदंर्भ में एक व्यवस्था भी तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था।