बौद्ध एवं जैन धर्म

#1. बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा गौतम बुद्ध गृहत्याग के पश्चात सर्वप्रथम कहाँ गए थे?

सात वर्ष तक सिद्धार्थ ज्ञान की खोज में इधर-उधर भटकते रहे। सर्वप्रथम वैशाली के समीप अलार कलाम (सांख्य दर्शन के आचार्य) नामक संयासी के आश्रम में पहुंचे।

इसके बाद उन्होंने उरुवेला (बोधगया) के लिए प्रस्थान किया। जहां उन्हें कौडिन्य सहित 5 साधक मिले। छह वर्ष तक अथक प्रयास के बाद तथा घोर तपस्या के बाद 35 वर्ष की आयु में वैशाख पूर्णिमा की रात पीपल वृक्ष के नीचे निरंजना (पुनपुन) नदी के तट पर सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्त हुआ। ज्ञान प्राप्ति के बाद ही सिद्धार्थ गौतम बुद्ध के नाम से प्रसिद्ध हुए।

#2. प्रथम जैन संगीति की अध्यक्षता किसने की थी?

प्रथम जैन सभा-

समय – प्रथम जैन संगीति का आयोजन 300 ई.पू.में हुआ। यह सभा चंद्रगुप्त मौर्य के काल में पाटलिपुत्र में हुई थी। यह सभा स्थूलभद्र की अध्यक्षता में हुई।

कार्य– इसमें जैन धर्म के प्रधान भाग 12 अंगों का संपादन हुआ। प्रथम जैन सभा में जैन धर्म दिगंबर एवं श्वेतांबर दो भागों में बँट गया।

#3. जैन धर्म के 24वें तीर्थकर महावीर का जन्म स्थल कुण्डग्राम बिहार के किस जिले में हुआ था ?

महावीर स्वामी का जन्म वैशाली के निकट कुण्डग्राम के ज्ञातृक कुल के प्रधान सिद्धार्थ के यहां 540 ई.पू. में हुआ, इनकी माता त्रिशला (लिच्छवी राजकुमारी) थी।

#4. लगभग 251 ई० पू० तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन पाटलिपुत्र में कौन से प्रमुख कार्य हुए थे ?

तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन 251 ई०पू० में पाटलिपुत्र में हुआ।

तृतीय बौद्ध संगीति की अध्‍यक्षता मोगालिपुत्‍त तिस्‍सा ने किया।

तृतीय बौद्ध संगीति को मौर्य सम्राट अशोक ने संरक्षण प्रदान किया।

बौद्ध धर्म दो भागों स्थाविर और महासंघिक के रूप में विभाजित हुआ।

तृतीय बौद्धसंगीति में एक नवीन बौद्ध ग्रन्‍थ ‘अभिधम्‍म पिटक’का संकलन किया गया।

#5. महात्मा गौतम बुद्ध को किस नदी के तट पर ज्ञान की प्राप्ति हुई थी?

लीलाजन नदी (Lilajan River), जो संस्कृत में निरंजना नदी (Niranjana River) कहलाती थी, भारत के झारखंड और बिहार राज्यों में बहने वाली एक नदी है। यह बिहार में गया के समीप मोहाना नदी से संगम करती है, जिसके उपरांत इसे फल्गू नदी के नाम से जाना जाता है।

गौतम बुद्ध को बोधगया (बोधगया वर्तमान बिहार में स्थित है) में फल्गु नदी के किनारे पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ।

#6. किसके द्वारा तृतीय बौद्ध संगीति को संरक्षण प्रदान किया गया था?

तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन 251ई.पू. में सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलीपुत्र में किया गया था। इस बौद्ध संगीति की अध्यक्षता मोगलिपुत्रतिस्स ने की थी।

#7. प्रथम जैन संगीति का आयोजन किस शासक के शासनकाल में हुआ था?

प्रथम जैन संगीति का आयोजन 300 ई.पू.में चंद्रगुप्त मौर्य के काल में पाटलिपुत्र में हुई थी।

अध्यक्ष – यह सभा स्थूलभद्र की अध्यक्षता में हुई।

कार्य– इसमें जैन धर्म के प्रधान भाग 12 अंगों का संपादन हुआ। प्रथम जैन सभा में जैन धर्म दिगंबर एवं श्वेतांबर दो भागों में बँट गया।

#8. कनिष्क के शासनकाल में चतुर्थ बौद्ध संगीति सभा किस नगर में आयोजित की गई थी?

चतुर्थ बौद्ध संगीति का आयोजन स्थल था-कश्मीर या कुण्डलवन।

#9. बौद्ध साहित्य किस भाषा में लिखी गई थी?

बौद्ध साहित्य प्रमुखतः उस वक़्त की लोकभाषा “पाली” भाषा में लिखा गया है।

#10. महावीर स्वामी ने अपना अंतिम उपदेश कहाँ दिया था?

जैन धर्म के 24वें व अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी ने कुशीनगर के फाजिलनगर से सटे पावानगर में अपने जीवन का अंतिम उपदेश दिया था।

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