
केंद्रीय मंत्रिमंडल (Union Cabinet) ने रेल मंत्रालय की दो बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनकी कुल लागत 6,405 करोड़ रुपये है। इसमें कोडरमा–बरकाकाना रेललाइन के दोहरीकरण पर 3,063 करोड़ रुपये, जबकि बल्लारी–चिकजजुर रेललाइन के दोहरीकरण पर 3,342 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कोडरमा–बरकाकाना रेल परियोजना की लंबाई 133 किलोमीटर होगी, जिससे 938 गांव और 15 लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। यह परियोजना झारखंड के कोडरमा, चतरा, हजारीबाग और रामगढ़ जिलों को जोड़ेगी और कोयला उत्पादक क्षेत्र से होकर गुजरेगी।
दूसरी परियोजना, बल्लारी–चिकजजुर (185 किलोमीटर) रेललाइन, मैंगलोर बंदरगाह को सिकंदराबाद से जोड़ेगी। यह परियोजना कर्नाटक के बल्लारी, चित्रदुर्ग और आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले से होकर गुजरेगी। यह रेखा लौह अयस्क, कोकिंग कोयला, स्टील और उर्वरकों के परिवहन में सहायक होगी।
इन परियोजनाओं से भारतीय रेल नेटवर्क में 318 किलोमीटर की वृद्धि होगी और 1,400 गांवों तक कनेक्टिविटी बढ़ेगी, जिसकी कुल आबादी 28 लाख से अधिक है। निर्माण के दौरान लगभग 108 लाख मानव-दिवस का रोजगार मिलेगा। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में अब तक 4.58 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परिवहन परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जिससे लॉजिस्टिक लागत में 4 प्रतिशत अंकों की कमी आई है।
OUR APP – DOWNLOAD NOW