
भारत के सबसे बड़े ऑप्टिकल टेलीस्कोप का उपयोग करते हुए खगोलविदों ने लगभग 4.3 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक धुंधली आकाशगंगा में स्थित इंटरमीडिएट ब्लैक होल (IMBH) का पता लगाया है। इस खोज में यह पाया गया कि गैस के बादल 545 किमी प्रति सेकंड की गति से फैलाव के साथ 125 प्रकाश मिनट (लगभग 2.25 बिलियन किलोमीटर) की दूरी पर इस ब्लैक होल की परिक्रमा कर रहे हैं।
यह खोज हमारे लिए यह समझने में मदद करती है कि ब्लैक होल, विशेषकर वे जो 100 से 100,000 सूर्यों के बीच के द्रव्यमान के होते हैं, कैसे बढ़ते हैं और अपने परिवेश के साथ अंतःक्रिया करते हैं। दशकों से खगोलविदों ने ब्रह्मांडीय ब्लैक होल परिवार में एक लापता कड़ी की खोज की है: मायावी इंटरमीडिएट-मास ब्लैक होल (IMBH)। ये ब्लैक होल छोटे तारकीय ब्लैक होल (जिनका द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान से कुछ दर्जन गुना अधिक है) और विशाल सुपरमैसिव ब्लैक होल (जिनका द्रव्यमान लाखों से अरबों सौर द्रव्यमान है) के बीच की खाई को पाटते हैं, लेकिन अब तक ये मायावी बने हुए हैं।
मुख्य बिंदु:
- खोज: इंटरमीडिएट ब्लैक होल (IMBH)
- स्थान: लगभग 4.3 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर की धुंधली आकाशगंगा
- गैस के बादल: 545 किमी प्रति सेकंड की गति से परिक्रमा
- दूरी: 125 प्रकाश मिनट (लगभग 2.25 बिलियन किलोमीटर)
- महत्व: ब्लैक होल के विकास और अंतःक्रियाओं की समझ में वृद्धि
- लापता कड़ी: इंटरमीडिएट-मास ब्लैक होल (IMBH)
यह खोज खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह हमें ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने में मदद करेगी।