
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (आईबीसीए) की पहली बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई। इसका उद्देश्य रेंज देशों में बिग कैट के संरक्षण को बढ़ावा देना है। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने बैठक की अध्यक्षता की।
यह बैठक आईबीसीए की सर्वोच्च संस्था है, जिसमें 9 देशों के मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। इन देशों में भूटान, कंबोडिया, इस्वातिनी, गिनी गणराज्य, भारत गणराज्य, लाइबेरिया गणराज्य, सूरीनाम गणराज्य, सोमालिया संघीय गणराज्य और कजाकिस्तान गणराज्य शामिल हैं।
आईबीसीए की स्थापना भारत सरकार द्वारा नोडल संगठन अर्थात राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के माध्यम से दिनांक 12.3.2024 के आदेश के तहत की गई थी। आईबीसीए का प्राथमिक उद्देश्य वैश्विक स्तर पर बिग कैट के संरक्षण के साझा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सफल संरक्षण प्रणालियों और विशेषज्ञता को समेकित करते हुए रेंज देशों और अन्य हितधारकों के बीच सहयोग और तालमेल को सुविधाजनक बनाना है।
वित्तीय सहायता से समर्थित इस एकीकृत दृष्टिकोण का उद्देश्य जैव विविधता संरक्षण के एजेंडे को बढ़ावा देना, बिग कैट की आबादी में गिरावट को रोकना और हमारी इको-सिस्टम को संरक्षित करना है। इस प्रकार, यह बैठक न केवल संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि हमें शिक्षा और जागरूकता फैलाने का भी अवसर प्रदान करती है, ताकि हम सभी मिलकर इस दिशा में आगे बढ़ सकें।
