उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान (Upendra Maharathi Crafts Research Institute) राज्य में बड़े पैमाने पर हस्तशिल्प प्रशिक्षण शुरू करेगा। बेहतर प्रशिक्षण मिलने से युवाओं को रोजगार मिलना आसान होगा। यह निर्णय उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान की आम सभा की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने की। उद्योग मंत्री ने कहा कि रोजगार की संभावनाएं बढ़ाने के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि बिहार के युवाओं को अच्छी ट्रेनिंग मिले. उपेंद्र महारथी संस्थान बिहार की शान है। इस संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद युवाओं के लिए नए अवसर खुलेंगे।
संस्थान को आयकर अधिनियम की धारा 12ए और 80जी के तहत पंजीकृत कराने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। प्रशिक्षुओं को दी जाने वाली राशि को 800 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति माह करने का निर्णय लिया गया है। पटना कला महाविद्यालय एवं उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान आपस में समन्वय स्थापित कर कला एवं शिल्प की गतिविधियों को बढ़ावा देंगे।
Nice initiative taken by bihar government