
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता पर गंभीर आपत्ति जताते हुए कहा है कि इस सहायता का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान में आतंकवाद से जुड़े ढांचों को मज़बूती प्रदान करने में खर्च किया जा रहा है।
भुज एयरफोर्स स्टेशन पर भारतीय वायुसेना के जवानों को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आज के समय में पाकिस्तान को दी जाने वाली कोई भी आर्थिक सहायता, वास्तव में आतंकवाद को वित्तीय समर्थन देने के बराबर है।
उन्होंने “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान भारतीय वायुसेना की तेज़ और निर्णायक कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान ने देश और विदेश में सभी भारतीयों को गर्व की अनुभूति कराई है। रक्षा मंत्री ने बताया कि भारतीय वायुसेना को पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने में मात्र 23 मिनट लगे।
श्री सिंह ने इस अभियान को आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश बताते हुए कहा कि इससे भारत की सैन्य ताकत, तैयारी और रणनीतिक क्षमताओं का दुनिया को स्पष्ट परिचय मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” ने केवल भारत की रक्षा क्षमताओं को ही नहीं दर्शाया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारतीय सशस्त्र बलों की प्रतिष्ठा में वृद्धि की है।
रक्षा मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि भारतीय वायुसेना ने इस अभियान के दौरान न केवल अद्वितीय साहस का परिचय दिया, बल्कि भविष्य के लिए एक उच्च मानक भी स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की वायु रक्षा प्रणाली की सटीकता और प्रभावशीलता की प्रशंसा कर रही है।
उन्होंने अंत में कहा कि यह कोई साधारण बात नहीं है कि भारत की वायुसेना पाकिस्तान के किसी भी कोने तक पहुंचने में सक्षम है — और “ऑपरेशन सिंदूर” के माध्यम से यह क्षमता स्पष्ट रूप से सिद्ध हो चुकी है।