मध्यकालीन भारत के महत्वपूर्ण तथ्य

मध्यकालीन प्रसिद्ध लोगों के उपनाम एवं उपाधी मूल नाम उपनाम/उपाधी श्रीहरी अकबरीयकालिदास अर्जुमंद बानो बेगम मलिका-ए-जमानी औरंगजेब दाराविश,जिन्दापीर अहमद शाह अब्दाली दुर्र-ए-दुर्राट आमिर खुसरो तूतिया-ए-हिन्द केशव दास काठीन  काव्य का प्रेत इल्तुतमिश नासिर आमिर हेमू विक्रमजीत सिकंदर लोदी गुलरुखी सलीमा बेगम मख़फ़ी खुर्रम शाहजहां फरीद शेरशाह मेहरूनिन्सा नूरजहां अली कुली खां शैबानी खान-ए-शमा दारा शिकोह शाहबुलंद इकबाल मुहम्मद गोरी मुईजुद्दीन अलउद्दीन खिजली दुतीय सिकंदर कुतुबुद्दीन ऐबक लाखबक्श मुहम्मद तुगलक Read More …

वीर शिवाजी

शिवा जी के अष्टप्रधान अष्टप्रधान कार्य पेशवा राज्य के प्रसासन एवं अर्थवयवस्था की देख रेख सर-ए-नौबत(सेनापती) सैनिकों की भर्ती ,संगठन , अनुसासन तथा युद्ध क्षेत्र में सेना की तैनाती अमात्य या मजूमदार सैनिकों की भर्ती ,संगठन , अनुसासन तथा युद्ध क्षेत्र में सेना की तैनाती Read More …

मुग़ल साम्राज्य

मुगल साम्राज्य भारत में मुगल वंश के सबसे महान शासकों में से एक था। मुगल शासकों ने हजारों लाखों लोगों पर शासन किया। मुगल शासन के दौरान यहां विभिन्न सांस्कृतिक और राजनीतिक परिवर्तन देखे गये। पूरे भारत में कई मुस्लिम Read More …

सल्तनत काल

प्रशासन दिल्ली सल्तनत एक केंद्रीकृत नौकरशाही प्रणाली पर आधारित थी, लेकिन प्रशासन का विनियमन सुल्तान की क्षमता पर निर्भर करता था। अलाउद्दीन, बलबन जैसे शासकों ने पूरी तरह से निरंकुश सत्ता का आनंद लिया, जबकि फिरोज तुगलक, नसरुद्दीन जैसे शासकों Read More …

लोदी वंश (1451-1526 ई०)

यह दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा करने वाला पहला अफगान राजवंश था। यह दिल्ली सल्तनत के राजवंशों में से अंतिम था। लोदी ने दिल्ली सल्तनत की प्रतिष्ठा और शक्ति को बहाल करने का प्रयास किया। बहलोल लोदी (1451 – 89 ई०) यह लोदी Read More …

सैयद वंश (1414-51 ई०)

खिज्र खां (1414-21 ई०)   तैमूर लंग ने भारत से जाते समय खिज्र खां की सेवाओं से प्रसन्न होकर मुल्तान और दीपालपुर की सूबेदारी उसे सौप दी, जिससे खिज्र खान प्रभावशाली हो गया। बाद में, दिल्ली पर आक्रमण करते हुए, उन्होंने सर्वसम्मति Read More …

तुगलक वंश (1320- 1414 ई०)

गयासुद्दीन तुगलक (1320 – 25 ई०) ग़यासुद्दीन तुगलक (गाजी मलिक) ने अपनी क्षमता और शक्ति के बल पर सत्ता पर कब्जा कर लिया था। वह एक महत्वाकांक्षी शासक था जिसने दक्षिण तक सल्तनत का प्रत्यक्ष नियंत्रण स्थापित किया। वारंगल पहला दक्षिणी राज्य था Read More …

खिलज़ी वंश

खिलजी वंश (1290 – 1320 ई०) कुलीन तुर्कों के हाथों से शक्ति एक ऐसे वर्ग के हाथ से फिसल गई जिसमें निम्न-वर्ग के तुर्क, अफगान और हिंदुस्तानी शामिल थे। यह सल्तनत के इतिहास में एक नया चरण था। इसे खिलजी क्रांति कहा गया Read More …

गुलाम वंश

गुलाम वंश (1206-90 ई०) दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाला पहला सुल्तान गुलाम वंश का था। इसे गुलाम वंश कहने का मुख्य तर्क यह है कि इस राजवंश (कुतुबुद्दीन ऐबक, इल्तुतमिश और बलबन) के सर्वश्रेष्ठ तीन शासक गुलाम थे। इसे ममलुक वंश Read More …

भारत पर अरबो एवं तुर्को का आक्रमण

मुहम्मद – बिन – कासिम  भारतीय प्रदेशों पर अरबों का पहला सफल आक्रमण 712 ईस्वी में सिंध क्षेत्रों पर मुहम्मद-बिन-कासिम के नेतृत्व में भूमि मार्ग से हुआ। मुहम्मद-बिन-कासिम बसरा के गवर्नर अल-हज्जाज का सेनापति था। इस समय सिंध का शासक दाहिर था। इससे पहले Read More …