भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में हुई द्विपक्षीय बैठक ( India-Australian Defense Dialogue ) में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रिचर्ड मार्ल्स ने अपनी रक्षा साझेदारी को बढ़ाने के रास्ते तलाशे। चर्चा हाइड्रोग्राफी में रणनीतिक सहयोग और संयुक्त हवा से हवा में ईंधन भरने की क्षमता पर केंद्रित थी। इन पहलों का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में समुद्री सुरक्षा और निगरानी क्षमताओं को मजबूत करना है।
हाइड्रोग्राफी सहयोग ( Hydrography Cooperation )
चर्चा का एक प्रमुख पहलू भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाइड्रोग्राफी सहयोग पर केंद्रित था।
दोनों देशों ने समुद्री क्षेत्र की अपनी समझ को बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में विशेषज्ञता साझा करने के महत्व को पहचाना।
यह सहयोग सटीक और अद्यतन नेविगेशनल चार्ट बनाए रखने, बेहतर समुद्री सुरक्षा और जागरूकता में योगदान देने के लिए महत्वपूर्ण है।
बेहतर निगरानी के लिए हवा से हवा में ईंधन भरना ( Air-to-air refueling for better surveillance )
वार्ता के एक महत्वपूर्ण बिंदु में संयुक्त हवा से हवा में ईंधन भरने की क्षमताओं की खोज शामिल थी।
इसका उद्देश्य दोनों देशों द्वारा संचालित हवाई प्लेटफार्मों, विशेष रूप से पी8 समुद्री निगरानी विमानों की सीमा का विस्तार करना है।
यह विस्तारित परिचालन पहुंच आईओआर में अधिक प्रभावी निगरानी और खुफिया जानकारी साझा करने में सक्षम बनाएगी।