
भारत ने जॉर्डन के अम्मान में आयोजित पहली एशियाई (Asian) अंडर-15 और अंडर-17 मुक्केबाजी चैंपियनशिप (Boxing Championships) में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 43 पदक जीते। इस अभियान में भारत ने 15 स्वर्ण, 6 रजत और 22 कांस्य पदक हासिल किए, जिससे वह कजाकिस्तान के बाद दूसरे स्थान पर रहा।
अंतिम दिन, अंडर-17 लड़कियों ने चार स्वर्ण पदक जीतकर भारत की पदक तालिका में महत्वपूर्ण योगदान दिया। खुशी चंद ने मंगोलिया की अल्तानजुल अल्तांगदास के खिलाफ एक करीबी मुकाबले में 3-2 से जीत हासिल की। इसके अलावा, अहाना शर्मा और जन्नत ने 5-0 की स्पष्ट जीत दर्ज की। अंशिका ने जॉर्डन की जना अललावनेह को पहले दौर में हराकर अंतिम स्वर्ण पदक जीता।
लड़कों की अंडर-17 श्रेणी में, देवांश ने रजत पदक जीता, जबकि टीम ने एक रजत और छह कांस्य पदक भी अपने नाम किए।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) के अंतरिम अध्यक्ष अजय सिंह ने टीम के शानदार प्रदर्शन की सराहना की और इसे गौरवपूर्ण तथा संतोषजनक बताया। उन्होंने ओलंपिक में खिलाड़ियों के भविष्य की संभावनाओं के प्रति आशा व्यक्त की, जो इस सफलता को और भी महत्वपूर्ण बनाता है।