‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में यह पहल शुरू की गई है। सागर परिक्रमा कार्यक्रम (Sagar Parikrama Program) का आयोजन मत्स्य पालन विभाग, राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, भारतीय तटरक्षक बल, भारतीय मत्स्य सर्वेक्षण, गुजरात समुद्री बोर्ड और मछुआरों के प्रतिनिधियों द्वारा किया गया है। इसका उद्घाटन केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला द्वारा किया गया।
यह एक तरह की नेविगेशन यात्रा है जो सभी तटीय राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के समस्त मछुआरों, मछली किसानों और अन्य हितधारकों के साथ एकता दिखाने के लिए एक पूर्व-निर्धारित समुद्री मार्ग से शुरू होगी।
इस कार्यक्रम का केंद्र तटीय मछुआरे समुदायों की आजीविका और देश की खाद्य सुरक्षा के लिए समुद्री मत्स्य संसाधनों के उपयोग के बीच स्थायी संतुलन पर है।
यह समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के लिए कई उपायों को अपनाने का भी प्रयास करेगा।
इस अवसर पर मत्स्य पालन किसानों, प्रगतिशील मछुआरों और युवा मत्स्य उद्यमियों को पीएम मत्स्य संपदा योजना से संबंधित प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।