
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास संगठन (UNCTAD) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2025 में साढ़े छह प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। इस रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ती नजर आ रही है।
‘व्यापार और विकास पूर्वानुमान रिपोर्ट-2025’ में भारत को उन देशों में शामिल किया गया है जो उच्च सरकारी खर्च और मौद्रिक नीति प्रोत्साहन के साथ विकास को गति दे रहे हैं। रिपोर्ट में चीन की विकास दर 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था और यूरोपीय संघ की वृद्धि दर के एक प्रतिशत रहने का अनुमान है, जबकि फ्रांस, जर्मनी और इटली की वृद्धि दर एक प्रतिशत से कम रहने की आशंका है। इसी तरह, जापान की आर्थिक वृद्धि दर घटकर मात्र 0.5 प्रतिशत रह सकती है।
मुख्य बिंदु:
- संस्थान: संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास संगठन (UNCTAD)
- भारत की वृद्धि दर: 6.5 प्रतिशत (2025)
- चीन की वृद्धि दर: 4.4 प्रतिशत
- अमेरिकी अर्थव्यवस्था की वृद्धि: 1 प्रतिशत
- यूरोपीय संघ की वृद्धि: 1 प्रतिशत
- फ्रांस, जर्मनी, इटली: 1 प्रतिशत से कम वृद्धि
- जापान की वृद्धि: 0.5 प्रतिशत
यह रिपोर्ट भारत की आर्थिक स्थिति को उजागर करती है और यह दर्शाती है कि कैसे भारत वैश्विक मंदी के बावजूद विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है।