ख़बरों में क्यों :
नीतीश सरकार आजादी के 75 वर्ष पर प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर निर्माण के प्रति पूरी गंभीरता से काम करने में लगी हुई है. प्रदेश में अमृत सरोवर के निर्माण हेतु 3071 स्थलों का चयन किया जा चुका है, जिनमें आधे से अधिक पर काम शुरू हो चुका है.
प्रमुख बिंदु :
- जल के संरक्षण और भू-जल स्तर को और बेहतर करने के मकसद से यह निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत तालाबों की खुदाई करने के बाद उसका सौंदर्यीकरण किया जाएगा। तालाब के चारों ओर पौधरोपण भी किया जाएगा। सालोंभर इसमें पानी रहे, इसकी भी व्यवस्था की जाएगी.
- मनरेगा योजना के तहत इन तालाबों का निर्माण कराया जाएगा।
- सबसे अधिक कटिहार जिले में 101 अमृत सरोवर के लिए जगह चिह्नित कर लिये गये हैं। वहीं छोटे जिले शिवहर में 27 तो अरवल में 35 जगह चिह्नित हुए हैं।
- अमृत सरोवर के लिए सरकारी जमीन अथवा जहां पहले से तालाब हैं, उसे ही अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जाना है। जो तालाब सूख गये हैं अथवा भर गये हैं, उनका भी इस योजना के अंतर्गत चयन किया गया है। निजी तालाब इसमें नहीं लिये जाएंगे।