दुनिया के शीर्ष 2 फीसदी वैज्ञानिकों में आईआईटी पटना के 13 प्रोफेसर

ख़बरों में क्यों?

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की ‘विश्व के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों’ की सूची में शामिल 2,042 भारतीय वैज्ञानिकों में से आईआईटी पटना  के 13 प्रोफेसर शामिल हैं।

प्रमुख बिंदु

  • अमेरिका का स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय हर साल दुनिया भर के शीर्ष दो प्रतिशत शोधकर्ताओं के लिए उनके शोध प्रकाशनों के आधार पर डेटा जारी करता है। यह डेटा एल्सेवियर के प्रकाशक की ओर से प्रकाशित किए जाते हैं।
  • नियम के अनुसार, सभी शोधकर्ताओं को 22 वैज्ञानिक क्षेत्रों और 176 उप-क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है। फील्ड और सबफील्ड-विशिष्ट पर्सेंटाइल उन सभी वैज्ञानिकों के लिए भी प्रदान किए जाते हैं, जिन्होंने कम से कम शोध में पांच पेपर प्रकाशित किए हैं।
  • “भारत के कुछ प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक IIT पटना के 13 प्रोफेसरों को 2 फीसदी वैज्ञानिकों में जगह मिली है। यह बड़ी उपलब्धी है। इंजीनियरिंग, विज्ञान और मानविकी की विभिन्न शाखाओं से IIT पटना के तेरह (13) सदस्यों ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के डेटाबेस में अपना स्थान बनाया है।
  • स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने पटना आईआईटी के जिन 13 सदस्यों को शामिल किया है, उनमें- डॉ मनबेंद्र पाठक, डॉ सुरजीत पॉल, डॉ अनिर्बान भट्टाचार्य, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ कराली पात्रा, भौतिकी विभाग से डॉ सौम्यज्योति रे और डॉ नवीन के निश्चल, मानविकी और सामाजिक विज्ञान से डॉ ऋचा चौधरी, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग से डॉ आसिफ इकबाल और डॉ श्रीपर्णा साहा, गणित से डॉ प्रतिभामोय दास, डॉ उदित सतीजा, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से डॉ महेश कुमार एच कोलेकर और सिविल और पर्यावरण इंजीनियरिंग विभाग से डॉ अमरनाथ हेगड़े हैं।

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