यह भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित एक बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है। इस वर्ष का मिलन अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। पहला चरण (बंदरगाह चरण) 25 फरवरी से 28 फरवरी तक और दूसरा चरण (समुद्री चरण) 1 मार्च से 4 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है।
मिलन, एक द्विवार्षिक अभ्यास है, जिसमें भाग लेने वाले देशों के बीच सेमिनार, खेल, सामाजिक कार्यक्रम और पेशेवर अभ्यास शामिल है। इस वर्ष यह अभ्यास ‘Camaraderie – Cohesion – Collaboration’ थीम के साथ आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष का यह अभ्यास अब तक का सबसे बड़ा मिलन अभ्यास होगा क्योंकि इसमें भाग लेने के लिए 46 देशों को आमंत्रित किया गया है। यह विशाखापत्तनम में आयोजित किया जा रहा है।
मिलन अभ्यास वर्ष 1995 में यह अभ्यास शुरू किया गया था। इसके उद्घाटन संस्करण में सिंगापुर, इंडोनेशिया, थाईलैंड और श्रीलंका की नौसेनाओं ने भाग लिया था। अभी तक इसके सारे संस्करण अंडमान और निकोबार कमान के तहत अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आयोजित किए गए थे। यह पहला संस्करण है जो पूर्वी नौसेना कमान के तहत विशाखापत्तनम में आयोजित किया जा रहा है। यह अभ्यास विभिन्न विषयों के साथ आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य मित्रवत नौसेनाओं के साथ पेशेवर जुड़ाव के माध्यम से परिचालन क्षमताओं को बेहतर बनाना, सर्वोत्तम प्रथाओं और प्रक्रियाओं को स्थापित करना और समुद्री वातावरण में सीखने को सक्षम बनाना है।