ख़बरों में क्यों :
जमुई में प्रस्तावित बरनार जलाशय योजना के निर्माण से जिले के हजारों किसान लाभान्वित होंगे। योजना पूरी होने पर जिले के सोनो, झाझा, गिद्धौर और खैरा प्रखंड में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
प्रमुख बिंदु :
- ‘बरनार जलाशय योजना के अंतर्गत 1135.87 एकड़ निचले क्षेत्र में पड़ने वाली वन भूमि के बदले गैर-वनभूमि का हस्तांतरण किया जाना है। कुल 1135.87 एकड़ में से 468.11 एकड़ गैर-वनभूमि वर्ष 2015 में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा मंत्रिपरिषद की मंजूरी के बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को हस्तानांतरित की जा चुकी है।
- ‘जमुई के जिलाधिकारी से मई, 2022 में प्राप्त पत्र के अनुसार जिले में 1454.88 एकड़ भूमि का चयन कर लिया गया है। इसके सत्यापन के लिए जिलास्तरीय समिति का गठन भी कर लिया गया है।
- समिति में जल संसाधन विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और जिला प्रशासन के सदस्य भी शामिल हैं।