ख़बरों में क्यों :
पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत की करीब 50 कंपनियां बिहार इन्वेस्टर्स मीट में शामिल हुईं। जिसमें 15 नामी गिरामी कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
प्रमुख बिंदु :
- इस मौके पर बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कार्यक्रम में आये उद्योगपतियों से बिहार में निवेश की अपील की। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के उद्योगपति बिहार को अपना ‘सेकंड होम’ समझें और बिहार में निवेश करें।
- इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स द्वारा कोलकाता में आयोजित बिहार इन्वेस्टर्स मीट में केंवेंटर्स एग्रो, रुपा एंड कंपनी, टीटी लिमिटेड, सेंचुरी प्लाई, अंबुजा ग्रुप, एमपी बिरला ग्रुप, टीएम इंटरनेशनल, वेस्टकॉम लॉजिस्टिक्स, फेनेशिया ग्रुप, सारनॉक हॉस्पीटल, एएमआई ह़ॉस्पीटल, बंगाल नेस्टर्स इंडस्ट्रीज, वाशरबेरी टी कंपनी, विदित ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियों के साथ साथ अन्य कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
- कोलकाता में बिहार इन्वेस्टर्स मीट में कई बड़ी कंपनियों ने बिहार में निवेश का भी ऐलान किया।
निवेश के लिए क्या है बिहार में खास :
- बिहार में उद्योगों की स्थापना के लिए 2900 एकड़ का लैंड बैंक है। 73 औद्योगिक क्षेत्र पूरी सुविधाओं के साथ तैयार किए जा रहे हैं।
- बिहार और आसपास के राज्यों के कुल 7 एयरपोर्ट्स बिहार के हर जिले को बेहतरीन हवाई कनेक्टिविटी उपलब्ध कराते हैं।
सड़क और रेल का बड़ा नेटवर्क बिहार में है। - टेक्सटाइल और लेदर सेक्टर में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए बेहतरीन पॉलिसी बनाई है।
बिहार टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी 2022 के तहत 10 करोड़ तक की सब्सिडी दे रहा हैं, 2 रुपए प्रति यूनिट बिजली की सुविधा दे रहे हैं।
एक साल में अधिकतम 10 लाख तक फ्रेट सब्सिडी का भी प्रावधान है।