हिंदी में कविता संग्रह के लिए यह पुरस्कार पाने वाली देश की पहली महिला ।
बिहार की एक प्रसिद्ध साहित्यकार अनामिका को वर्ष 2020 के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है। उन्हें यह पुरस्कार उनके हिंदी कविता संग्रह ‘दिगंत में टोकरी: थेरीगाथा’ के लिए दिया गया है। वह हिंदी में कविता संग्रह के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त करने वाली देश की पहली महिला साहित्यकार हैं। महिला दिवस के 4 दिन बाद ही हिंदी साहित्य में देश के सर्वोच्च सम्मान के लिए उनका चुना जाना सभी महिलाओं के लिए गर्व की बात है।
अनामिका मूल रूप से मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं। हिंदी कविता में उनके योगदान के लिए उन्हें साहित्य सम्मान से राजभाषा परिषद पुरस्कार, साहित्य सम्मान, भारत भूषण अग्रवाल और केदार सम्मान आदि प्राप्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि यह बिहार के लिए बेहद गौरव की बात है। बिहार की बेटी को हिंदी का सर्वोच्च सम्मान मिलना देश की आधी आबादी को प्रेरणा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि बिहार से ताल्लुक रखने वाले रचनाकारों की इस उपलब्धि पर सम्पूर्ण बिहारवासियों को गर्व है।