कोविड19 से आयी आपदा की घड़ी में बिहार ने तकनीक के मामले में देश के सामने मिसाल पेश की है। लॉक डाउन में राज्य के अंदर और बाहर फंसे बिहारियों की मदद के लिए जो प्रयोग बिहार ने किया है, उसे पूरे देश में सराहा जा रहा है। आपको बता दे की प्रवासी बिहारी एप की मांग अब यूपी और झारखंड भी कर रही है।
प्रवासी बिहार एप राज्य सरकार ने 28 मार्च को लॉन्च किया था। वहीं इस एप के जरिए बाहर फंसे लोगों के खातों में सरकारी सहायता राशि भेजने का सिलसिला अप्रैल से शुरू हुआ। जानकारी के अनुसार पहले ही दिन इस एप की मदद से एक लाख तीन हजार लोगों के खातों में सहायता राशि ट्रांसफर की गई थी।
बाहर फंसे लाखों लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए एनआईसी की मदद से राज्य सरकार ने प्रवासी बिहार एप लॉन्च किया है जिसपर कुल 29.5 लाख लोगों ने आवेदन किया है। पहले इनके खातों की डिजीटली ही जांच की गई। इसके लिए उनसे आधार नम्बर के साथ सेल्फी भी मंगवाईं गई। जीपीएस लोकेशन से उसकी जांच की गई ताकि कोई बिहार में बैठकर ही मदद के लिए आवेदन ना करे।