भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ‘इसरो’ ने 22 जनवरी, 2020 को बंगलुरू में अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के समक्ष ‘भारत की प्रथम महिला अंतरिक्षयात्री’ व्योम मित्र का अनावरण किया। गगनयान के प्रथम परीक्षण उड़ान से इसे अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
व्योम मित्र वस्तुतः ह्युमैनॉयड है यानी इस रोबोटिक महिला के पांव नहीं हैं।
इसने अपना परिचय देते हुए कहा कि यह स्विच पैनल ऑपरेशंस कर सकती है, ईसीएलएसएस (एनवायर्नमेंट कंट्रोल एंड लाइफ सपोर्ट सिस्टम) ऑपरेशंस कर सकती है, अंतरिक्षयात्रियों से वार्ता कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के अनुसार ही इसरो वर्ष 2022 में मानवयुक्त गगनयान मिशन अंतरिक्ष में भेजने की योजना बनाया है। इसके लिए भारतीय वायुसेना के चार अधिकारियों का चयन किया गया है जिन्हें रूस में प्रशिक्षण दिया जाना है। इनमें से एक सुप्रशिक्षित अधिकारी को वर्ष 2022 में गगनयान से अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। परंतु उससे पहले इसरो कई परीक्षणों से गुजरना चाहता है।
इसी परीक्षण प्रक्रिया के तहत दिसंबर 2020 से जुलाई 2021 के बीच एक परीक्षण मिशन अंतरिक्ष में भेजा जएगा जिसमें व्योम मित्र भी शामिल होगा। नियंत्रित शून्य ग्रैविटी में पृथ्वी के बाहर में अंतरिक्ष में यह रोबोट तथा फिर मानव किस प्रकार प्रतिक्रिया व्यक्त करेगा, इस मिशन का लक्ष्य है।