भारत में पिछले साल हुई कोरोना वायरस महामारी के कारण बिजली की खपत में भी गिरावट आई है। 35 वर्षों में पहली बार, महामारी को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन से वित्तीय वर्ष 2020-21 में बिजली की खपत में गिरावट दर्ज की गई है। यही कारण है कि देश ने वित्तीय वर्ष में बिजली उत्पादन में 0.2 प्रतिशत की कमी दर्ज की है।
फेडरल ग्रिड ऑपरेटर POSOCO के दैनिक भार प्रेषण डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि वित्त वर्ष 2020-21 में बिजली उत्पादन में 2019-20 की तुलना में 0.2 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके अलावा, मार्च और अगस्त के बीच लॉकडाउन अवधि के दौरान उत्पादन में 6 प्रतिशत की गिरावट आई। आंकड़ों के अनुसार, उत्पादन में गिरावट खपत में कमी के कारण हुई।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में मार्च 2021 में बिजली की मांग में 23.3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। यह वित्तीय वर्ष में लगातार सातवीं मासिक वृद्धि है। अगस्त लॉकडाउन समाप्त होने के बाद से हर महीने बिजली की मांग बढ़ रही है और 2010 के बाद से यह मासिक वृद्धि है।