
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय सरकारी वेबसाइटों और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर एकरूपता लाने के अपने प्रयासों के अंतर्गत आज 18 फरवरी 2025 को डिजिटल ब्रांड आइडेंटिटी मैनुअल (Digital Brand Identity Manual DBIM) जारी करने वाला है।
DBIM एक डिजिटल पहचान के प्रमुख तत्वों को परिभाषित करता है, जिसमें लोगो, रंग पैलेट, टाइपोग्राफी और इमेजरी जैसी दृश्य पहचान के साथ-साथ ब्रांड वॉयस, मैसेजिंग फ्रेमवर्क और टैगलाइन जैसी वर्बल आइडेंटिटी शामिल हैं। इ
भारत सरकार के डिजिटल फ़ुटप्रिंट पहल के सामंजस्य के हिस्से के रूप में, डीबीआईएम सरकारी मंत्रालयों, विभागों और एजेंसियों में एक मानकीकृत और निर्बाध डिजिटल उपस्थिति स्थापित करना चाहता है।
डीबीआईएम का प्राथमिक उद्देश्य भारत सरकार के लिए एक एकीकृत और सुसंगत डिजिटल ब्रांड बनाना है। रंग पैलेट, टाइपोग्राफी और आइकनोग्राफी जैसे तत्वों को मानकीकृत करके, मैनुअल न केवल लुक और फील में एकरूपता सुनिश्चित करता है बल्कि सरकार द्वारा होस्ट किए गए डेटा की अखंडता को भी मजबूत करता है।
दिशा-निर्देश वेबसाइटों से आगे बढ़कर मोबाइल एप्लिकेशन और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को कवर करते हैं, जिससे सभी डिजिटल टचपॉइंट पर एक सहज उपयोगकर्ता अनुभव को मजबूत किया जाता है।
डिजिटल ब्रांड आइडेंटिटी मैनुअल (DBIM) और पहला मुख्य सुचना आयुक्त ( CIO ) सम्मेलन 2025 का शुभारंभ 18 फरवरी 2025 को ताज पैलेस नई दिल्ली में होगा। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी तथा वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद आधिकारिक तौर पर डीबीआईएम का शुभारंभ करेंगे।
पहल के मुख्य घटक
डिजिटल ब्रांड पहचान मैनुअल (डीबीआईएम)
डीबीआईएम टूलकिट
सी.एम.एस प्लेटफ़ॉर्म
केंद्रीय सामग्री प्रकाशन प्रणाली
सोशल मीडिया एकीकरण