- 7 सितंबर 2020 को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक यान (HSTDV: Hypersonic Technology Demonstration Vehicle) का सफल परीक्षण किया।
- ओडिशा के व्हीलर द्वीप स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्रक्षेपण केंद्र से इसका सफल प्रक्षेपण किया गया।
- इसके माध्यम से हाइपरसोनिक स्क्रैमजेट प्रौद्योगिकी का सफल प्रदर्शन किया गया।
- इसके साथ ही अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथा देश बन गया है जिसने खुद की हाइपरसोनिक तकनीकी विकसित कर सफलतापूर्वक परीक्षण भी कर लिया है।
- यह हवा में आवाज की गति से 6 गुना ज्यादा रफ्तार से दूरी तय कर लक्ष्य को निशाना बना सकती है।
- हाइपरसोनिक मिसाइल 2000 किलोग्राम वजन वाला परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।
- यह 6000 किलोमीटर दूर के लक्ष्य को भी आसानी से भेद सकती है।
- ऐसी मिसाइल 2000 डिग्री सेल्सियस तक तापमान सहन कर सकती है।
- इसके साथ ही भारत मिसाइलों के प्रक्षेपण के लिए हाइपरसोनिक वाहन प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ गया है।