साहित्य अकादमी ने हाल ही में 20 दिसंबर 2023 को 24 भारतीय भाषाओं के लेखकों को साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 ( Sahitya Akademi Award 2023 ) देने की घोषणा की है।
हिंदी भाषा के लिए साहित्य अकादमी 2023 पुरस्कार संजीव को उनके उपन्यास ‘मुझे पहचानो’ के लिए दिया गया है।
नीलम शरण गौड़ के उपन्यास ‘रिक्वीम इन राग जानकी’ को अंग्रेजी भाषा में और सादिका नवाब सहर के उपन्यास ‘राजदेव की अमराई’ को उर्दू भाषा में पुरस्कार दिया जाएगा।
इस बार पुरस्कारों के लिए चयनित साहित्य में 9 कविता संग्रह, 6 उपन्यास, 5 कहानी संग्रह, 3 निबंध और एक आलोचना शामिल है।
कविता के लिए पुरस्कार विजेता लेखक और उनके कविता संग्रह-
विजय वर्मा (डोगरी) – ‘दौन सदियां एक सीर’
विनोद जोशी (गुजराती) – टुंडिलटुंडिका पद्यावर्त
मंशूर बनिहाली (कश्मीरी) – येथ वेवे हेले संग कौस जेले
सोरोखैबम गैम्बिनो (मणिपुरी) – याचांगबा नांग हेलो
आशुतोष परिदा (उड़िया) – अप्रत्याशित मौत
स्वर्णजीत सावी (पंजाबी) – मन दी चिप
गजेसिंह राजपुरोहित (राजस्थानी) – ‘पलकटी प्रीत’
अरुण रंजन मिश्र (संस्कृत)-शून्यये मेघनम्
विनोद आसुदानी (सिंधी) – हाथु पकड़ीजैन
उपन्यास के लिए पुरस्कार विजेता लेखक-
स्वप्नमय चक्रवर्ती (बंगाली) – जलेर ऊपर पानी
कृष्णत खोत (मराठी) – रिंगड
राजशेखरन (तमिल) – नीरवाज़ी पदुवुम
कहानी संग्रह के लिए लेखक सम्मानित –
प्रणब ज्योति डेका (असमिया) – श्रेष्ठ गैल्पो
नंदेश्वर दैमारी (बोडो) – जिउ-सफरनी दावन
तारासिन बास्की (संताली) – जाबा बाहा
प्रकाश एस पर्यंकर (कोंकणी) – वर्सल
टी पतंजलि शास्त्री (तेलुगु)-रामेश्वरम काकुलु मारीकोनी
निबंध के लिए पुरस्कृत लेखक –
लक्ष्मीशा तोलपाडी (कन्नड़) – महाभारत अनुषंददा भारतत्रे
बासुकीनाथ झा (मैथिली) – संकेतन को समझना
युद्धवीर राणा (नेपाली) – नेपाली लोककथाओं और लोक संस्कृति का परिचय।
मलयालम लेखक ईवी रामकृष्णन को आलोचना के लिए सम्मानित किया जाएगा।
वर्ष 1954 में स्थापित साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है।
यह पुरस्कार साहित्य अकादमी (राष्ट्रीय पत्र अकादमी) द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
यह पुरस्कार भारत के संविधान में शामिल 22 भाषाओं के अलावा अंग्रेजी और राजस्थानी में भी दिया जाता है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा साहित्यिक सम्मान है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार के पहले विजेता आरके नारायण थे, जिन्हें 1960 में उनके उपन्यास ‘द गाइड’ के लिए पुरस्कार दिया गया था।