बिहार के अधिकतर जिलों को पूरी तरह हरित ऊर्जा से बिजली उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने प्रयास शुरू कर दिया है. इसी क्रम को बिहार कैबिनेट से सुपौल जिले के डगमारा में कोसी नदी पर 130 मेगावाट की डगमरा जलविद्युत परियोजना (Bihar Dagmara Hydroelectric Project) के लिए हरी झंडी मिल गई है. इस योजना के पूरा होने के बाद बिहार में बिजली की कमी नहीं होगी, कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद अब केंद्र सरकार के एनएचपीसी के माध्यम से इसका निर्माण किया जाएगा.
लगभग 40 वर्षों के लिए बिहार स्टेट हाइड्रोलिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड और केंद्र की एनएचपीसी के साथ समझौते किए जाएंगे और यह परियोजना पूरी की जाएगी। यह प्रोजेक्ट अगले 5 साल में पूरा हो जाएगा। राज्य मंत्रिमंडल ने परियोजना की निर्माण अवधि में 5 वर्षों के दौरान कुल 700 करोड़ रुपये के अनुदान को भी मंजूरी दी है। सुपौल के कोसी बैराज के नीचे और कोसी महासेतु से थोड़ा ऊपर बने डगमरा पर बिजली परियोजना की पूरी लागत 2400 करोड़ है, जिसमें सौर ऊर्जा उद्देश्य जैसे कई उद्देश्य शामिल हैं। वहीं, इस जलविद्युत परियोजना की सबसे बड़ी विशेषता यह होगी कि यह एक जलविद्युत शक्ति के साथ-साथ सौर ऊर्जा से भी बिजली का उत्पादन करेगी।