
शुक्रवार को भारत के तिरुवनंतपुरम में First Semi-Automated port का उद्घाटन किया गया । शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के तिरुवनंतपुरम में 8,900 करोड़ रुपये के निवेश से ‘विझिनजाम इंटरनेशनल डीपवाटर मल्टीपर्पज सीपोर्ट’ का उद्घाटन किया। यह बंदरगाह भारत की पहली अर्ध-स्वचालित सुविधा है और इससे क्षेत्र की समुद्री क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
केरल सरकार ने अगस्त 2015 में अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड (APSEZ) के साथ पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत विझिनजाम इंटरनेशनल डीप-सी पोर्ट विकसित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। अडानी पोर्ट्स एकमात्र बोलीदाता के रूप में उभरा और उसे 2015 में परियोजना से सम्मानित किया गया। समझौते के तहत अडानी को बंदरगाह के निर्माण, संचालन और हस्तांतरण के लिए 40 साल की रियायत दी गई है, जिसमें 20 साल के विस्तार का प्रावधान है।
भारत के सबसे ऊंचे जहाज-से-तट क्रेन और एआई-संचालित पोत यातायात प्रबंधन प्रणाली से सुसज्जित, विझिनजाम बंदरगाह रणनीतिक रूप से अंतरराष्ट्रीय पूर्व-पश्चिम शिपिंग मार्ग से सिर्फ 10 समुद्री मील की दूरी पर स्थित है। यह स्थिति विझिनजाम को एक महत्वपूर्ण ट्रांसशिपमेंट हब में बदलने के लिए तैयार है, जिससे कोलंबो, सिंगापुर और दुबई के बंदरगाहों पर भारत की निर्भरता कम हो जाएगी।