
भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे Virat Kohli ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है, जिससे 14 साल लंबे सफेद कपड़ों के सफर का अंत हुआ। इस फैसले ने न केवल खेलप्रेमियों के दिलों को छू लिया है, बल्कि यह भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक युग के समाप्त होने जैसा है।
Virat Kohli ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने फैसले की जानकारी साझा करते हुए टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपने जुनून, समर्पण और संघर्ष की झलक दी। अपने करियर में उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। वह सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर के बाद भारत के लिए टेस्ट में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बने।
Virat Kohli का टेस्ट सफर:
पदार्पण: 2011 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ
कप्तानी: 2014 से 2022 तक, 68 टेस्ट में कप्तान, जिनमें 40 जीत, 11 ड्रॉ, और सिर्फ 17 हार
भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान — 58.82% जीत प्रतिशत
ऐतिहासिक जीत: 2019 में ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली टेस्ट श्रृंखला जीत
आखिरी टेस्ट: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ
Virat Kohli इससे पहले 2024 T20 विश्व कप में भारत की जीत के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय से भी संन्यास ले चुके हैं। उनका यह ताज़ा फैसला रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के कुछ ही दिनों बाद आया है, और अब शुभमन गिल को अगली पीढ़ी के नेता के रूप में देखा जा रहा है।
Virat Kohli का टेस्ट करियर सिर्फ आंकड़ों की कहानी नहीं है, बल्कि यह आक्रामक नेतृत्व, अनुशासन, फिटनेस और जुनून की मिसाल है, जिसने भारतीय टीम की मानसिकता को पूरी तरह बदल दिया। उनके संन्यास से क्रिकेट की दुनिया एक ऐसे योद्धा को अलविदा कह रही है, जिसने मैदान पर न सिर्फ रन बनाए, बल्कि एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया।
OUR APP – DOWNLOAD NOW