
केंद्र सरकार ने देश में चार नए रामसर स्थलों को शामिल करने की घोषणा की है, जिससे भारत में कुल रामसर स्थलों की संख्या बढ़कर 89 हो गई है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने यह घोषणा विश्व आर्द्रभूमि दिवस से पहले की।
नए जोड़े गए रामसर स्थल इस प्रकार हैं:
- सक्करकोट्टई पक्षी अभयारण्य (तमिलनाडु)
- थेर्थंगल पक्षी अभयारण्य (तमिलनाडु)
- खेचोपलरी आर्द्रभूमि (सिक्किम)
- उधवा झील (झारखंड)
भारत अब भी एशिया में सबसे अधिक रामसर स्थलों वाला देश बना हुआ है और विश्व में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने तमिलनाडु को 20 रामसर स्थलों के साथ देश में सबसे अधिक आर्द्रभूमि संरक्षण क्षेत्र वाला राज्य बनने के लिए बधाई दी।
रामसर स्थल वे आर्द्रभूमियां होती हैं, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण मानी जाती हैं और उनके संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जाते हैं। ये स्थल जैव विविधता को बनाए रखने और पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।