
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण शिखर सम्मेलन (GLEX) 2025 को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने दुनिया भर से पधारे विशिष्ट प्रतिनिधियों, प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने अपने विचार साझा करते हुए भारत की अंतरिक्ष यात्रा की उल्लेखनीय प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष केवल एक गंतव्य नहीं है, बल्कि यह मानव जिज्ञासा, साहस और सामूहिक प्रगति की उद्घोषणा है।
उन्होंने भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों की चर्चा करते हुए बताया कि कैसे वर्ष 1963 में एक छोटे रॉकेट के प्रक्षेपण से आरंभ हुई यह यात्रा अब चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुँच चुकी है। भारत, चंद्रमा के इस अछूते क्षेत्र में सफलतापूर्वक उतरने वाला पहला देश बन गया है — यह हमारे वैज्ञानिकों के समर्पण और देश की अटूट आकांक्षा का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश न केवल भारत की वैज्ञानिक शक्ति का उत्सव था, बल्कि वैश्विक सहयोग और साझा भविष्य की ओर बढ़ने का आह्वान भी था।
You can also read : Gaganyaan Mission
OUR APP – DOWNLOAD NOW
One thought on “Global Space Exploration Summit (GLEX) 2025”